अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के उद्देश्य

  • महाराजा अग्रसेन के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना।
  • देश के 10 करोड़ अग्रवाल नर-नारियों और लगभग 20 हजार अग्रवाल संस्थाओं को राष्ट्रीय व प्रांतीय स्तर पर सम्मेलन से जोड़कर संगठित करना।
  • महाराजा अग्रसेन, अग्रोहा तथा अग्रवाल जाति के प्रमाणित गौरवशाली इतिहास की रचना, उसके मुद्रण, प्रकाशन और विवरण की व्यवस्था करना।
  • अग्रवाल समाज के इतिहास और अन्य विषयों में अनुसंधान करने के लिए अनुसंधान केंद्र की स्थापना करना।
  • अग्रोहा का एक तीर्थ स्थान के रूप में विकास करना व सभी के लिए श्रद्धा का केंद्र बनाना।
  • प्रतिवर्ष पुरे देश में व विदेशों में महाराजा अग्रसेन जी की जयंती मनाने के लिए आयोजन करना और करवाना।
  • सामूहिक विवाहों का आयोजन तथा दिन में विवाहों को प्रोत्साहित करना।
  • समाज में प्रचिलित सामाजिक संस्कारों के उत्तम संपादन और उसमे एकरूपता लाने की दृष्टि से एक आदर्श समाज संस्कार विधि की रचना करके उसका प्रचार और प्रसार करना।
  • समाज की प्रत्येक गतिविधि में महिलाओं और युवाओं का विशेष ध्यान रखना तथा उनकी स्वतंत्र संस्थाओं के माध्यम से उनमे राष्ट्र एवं समाज के प्रति चेतना जागृत करना।
  • समाज के जरूरतमंद व्यक्तियों को शिक्षा, स्वास्थ एंव रोजगार के क्षेत्र में सहायता करना।
  • निराश्रित एंव अभाव ग्रस्त व्यक्ति को सहयोग एवं स्वावलम्बी बनाने के लिये सहायता देना।
  • प्रतिभाओं का विकास एवं सम्मान करना।
  • राष्ट्रीय एवं प्राकृतिक आपदाओं में सक्रिय भागीदारी एवं सहयोग करना।
  • जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए आवसीय भवनों एवं प्रतिष्ठानों का निर्माण।
  • योग, संस्थान, आध्यात्मिक केन्द्र, व्यायामशालाएं, क्रीडास्थल, औषधालयों, अनाथालाय चिकित्सालयों, प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्रों की स्थापना एवं जीव मात्र के कल्याण के लिए अन्य कार्य इत्यादि।
  • पर्यावरण की रक्षा एवं अन्य जनउपयोगी योजनाओं को क्रियान्वित करना।
  • सांस्कृतिक धरोहरों व राष्ट्रीय मूल्यों की रक्षा करना।
  • शैक्षणिक एवं साहित्यिक गतिविधियों का प्रभाव, प्रसार एवं प्रोत्साहन के लिए संस्थानों, पुस्तकालयों एवं अनुसंधान केन्द्रों की स्थापना करना इत्यादि।
  • गौधन के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए योजना बनाना व क्रियान्वित करना।
  • अग्रवाल वैश्य समाज के महापुरुषों के गौरवमय इतिहास की देश के युवाओं को जानकारी देना।
  • अग्र-साहित्य एवं अग्र-भागवत का प्रचार-प्रसार करना।

स्वप्नों को साकार रूप देगे

  • अग्रोहा का सशक्त शक्तिपीठ के रूप में नव-निर्माण करेंगे।
  •  अग्रोहा को हर अग्रबंधु की आस्था का केन्द्र बनायेंगे।
  • अग्रोहा शक्तिपीठ से विश्व शांति का संदेश देंगे।
  • अग्र-वैश्य समाज के इतिहास पर शोध केन्द्र स्थापित कर शोध करायेंगे।
  • पर्यटन के रूप में सुरम्यता प्रदान करेंगे।
  •  अग्रोहा टीलों की खुदाई कर महाभारत काल के अवशेषों व अग्रोहा साम्राज्य पर पर शोध करोयेंगे।
  • गीता और योग का प्रचार-प्रसार कर उसके प्रति आम आदमी की रूचि बढ़ाएंगे।
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